ज्वार-भाटा सा सुख-दुख है होता, बिल्कुल ही हम मानें न डर। ज्वार-भाटा सा सुख-दुख है होता, बिल्कुल ही हम मानें न डर।
पापा की परी...बेटियाँ पापा की परी...बेटियाँ
कविता कुछ ज्यादा ही बड़ी हो गई यार, भगवान आप सभी को दे अमन-चैन और प्यार। कविता कुछ ज्यादा ही बड़ी हो गई यार, भगवान आप सभी को दे अमन-चैन और प्यार।
मेरा जल तो तुम्हारा ही है इसे रखना तुम स्वच्छ पवित्र। मेरा जल तो तुम्हारा ही है इसे रखना तुम स्वच्छ पवित्र।
तुमको सुबह और तुमको ही रात माना सच बताओ क्या कोई गलती कर दी ? तुमको सुबह और तुमको ही रात माना सच बताओ क्या कोई गलती कर दी ?
बेफिक्र जीती और खुलकर जीना सिखाती हूं। बेफिक्र जीती और खुलकर जीना सिखाती हूं।